अपनी सरकार में गिरफ्तारी पर नेताओं के खिलाफ गुस्सा

विनय वार्ष्णेय भाजपा और संघ में लंबे समय से सक्रिय हैं। भाजपा युवा मोर्चा की महानगर कमेटी में महामंत्री रहे हैं और पिछले दिनों महानगर अध्यक्ष की दावेदारी की थी। जब सरकार नहीं थी, तब भी उन्होंने बाबरी मंडी, खटीकान सहित अन्य इलाकों में हुए सांप्रदायिक घटनाक्रमों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। बाबरी मंडी कांड ने उन्हें वहां के नेता के रूप में स्थापित किया। अब अपनी सरकार आने के बाद उन्हें जेल जाना पड़ रहा है।

इसे लेकर उनके समर्थक बेहद खफा हैं और पार्टी के स्थानीय नेताओं के खिलाफ उनका गुस्सा फूट रहा है। सोशल मीडिया पर तरह तरह की टिप्पणी नेताओं का नाम लिए बिना या इशारों इशारों में हो रही हैं। कुछ ने तो एक माननीय से सीधे-सीधे कह दिया कि अब तुम्हारे कलेजे में ठंडक पड़ गई। तुम पहले से यही चाह रहे थे। बाद में माननीय ने उन्हें जैसे-तैसे समझाकर शांत किया। उनके मोहल्ले के लोगों में भी पार्टी के नेताओं के खिलाफ बेहद गुस्सा है।